ऋतु बसंत की आई, खुशियाँ लेकर साथ,
फूल खिलते हैं हर कहीं, रंगों से है रात।
सरसों के खेत में, सोना छाया है,
हवाओं में मिठास, मन को भाया है।
चांदनी भी मुस्काई, रात सुहानी हुई,
बसंत की ऋतु से, दुनिया नई लगी।
दिल से खुश हो जाओ, बसंत की है बात,
हर पल में सुकून, है प्यार की रात।
ऋतु बसंत की आई, और खुशियाँ लाई,
हर दिल में खिलते फूल, हर चेहरे पे मुस्कान छाई।
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