टूटे दिल इंसान का कोई जोड़ न पाए,
हड्डी तो निर्लज्ज है, टूटे फिर जुड़ जाए।
वो दर्द दिल में गहरा छुपा रह जाए,
चाहे वक्त कितना भी बदल जाए।
ख़ुशियाँ फिर से मिल सकती हैं, यह बात सही है,
मगर टूटे दिल का ग़म, कोई न समझ पाए।
हड्डी टूटे, जोड़ने से ठीक हो जाए,
मगर दिल को जोड़ने में वक्त लग जाए।
हालात चाहे जैसे भी हों, वक्त से सब कुछ ठीक हो जाए,
पर टूटे दिल की क़ीमत, सिर्फ सच्चा इंसान ही समझ पाए।
हड्डियाँ तो जुड़ जाती हैं, पर दिलों को जुड़ने में समय लग जाए,
सच्चे रिश्तों की अहमियत, तभी समझ आती है जब दिल याद में तड़प जाए।
दिलों का जुड़ना भी एक जटिल विश्वास है,
हर टूटे रिश्ते में छुपा एक नया सन्देश है।
वक्त से पहले, दिलों को ना जोड़ पाओ,
पर सच्ची कोशिश से, हर दिल को फिर से पाओ।
Description of the Poem:
यह कविता दिलों के टूटने और उनके दर्द को बड़े ही गहरे और सशक्त शब्दों में व्यक्त करती है। यहां पर दिल और हड्डी के बीच एक अद्भुत तुलना की गई है, जहां हड्डी तो फिर से जुड़ सकती है, लेकिन दिल का टूटना एक ऐसा दर्द होता है, जिसे कोई भी आसानी से ठीक नहीं कर सकता। कविता का मुख्य संदेश यही है कि भले ही समय और परिस्थितियाँ बदल जाएं, दिल का दर्द हमेशा गहरे स्तर पर छिपा रहता है, जिसे केवल एक सच्चा और समझदार इंसान ही महसूस कर सकता है।
कविता में यह भी बताया गया है कि हड्डी टूटने पर उसे जोड़ना आसान होता है, लेकिन दिलों को जोड़ने में समय और सच्चे प्रयास की आवश्यकता होती है। यह रिश्तों की अहमियत को समझाने की कोशिश करती है कि सच्चे रिश्ते वक्त के साथ अपनी पूरी अहमियत और ताकत को दर्शाते हैं, जब दिल यादों में तड़पता है और उस रिश्ते का गहरा अहसास होता है।
अंत में, कविता यह संदेश देती है कि दिलों का जुड़ना एक जटिल प्रक्रिया है, लेकिन अगर सच्ची कोशिशें की जाएं तो हर टूटे दिल को फिर से जोड़ने की संभावना होती है। यह एक प्रेरणादायक और भावनात्मक कविता है, जो हमें यह समझाती है कि हर टूटे रिश्ते में एक नया विश्वास और सीख छुपी होती है।
Key Themes:
- दिल का दर्द: किसी इंसान के दिल का टूटना एक गहरा और स्थायी अनुभव होता है।
- समय: समय के साथ दिल का दर्द हल्का हो सकता है, लेकिन पूरी तरह से ठीक होने में समय लगता है।
- सच्चे रिश्ते: रिश्तों की अहमियत केवल वक्त और अनुभव से ही समझी जा सकती है।
- विश्वास और पुनर्निर्माण: दिलों को जोड़ने में समय और सच्ची कोशिशों की जरूरत होती है, परंतु पुनर्निर्माण संभव है।
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